पाकिस्तान की तरह बेहाल हुआ यह मुस्लिम देश, दाने-दाने को मोहताज हुए लोग, सरकार ने दी यह खाने की सलाह
पाकिस्तान की तरह मुस्लिम बहुल देश मिस्र भी आर्थिक संकट की मार झेल रहा है. मिस्र के लोगों को भी अब खाद्य सामग्रियों की कमी महसूस होने लगी है.
मिस्र की आर्थिक स्थिति इतनी खराब है कि सरकार लोगों से चिकन फीट खाने को कह रही है. वहीं मिस्रवासियों को सरकार से इस बात को लेकर नाराजगी है कि वे नागरिकों को ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने की बात कर रही है जो देश में अत्यधिक गरीबी का प्रतीक है.
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, मिस्र अरब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है, जो मुद्रा संकट और पांच वर्षों में सबसे खराब मुद्रास्फीति की मार झेल रहा है.
जिससे भोजन इतना महंगा हो गया है कि मिस्रवासियों को चिकन खरीदना भी भारी पड़ गया है. इसलिए देश की सरकार लोगों को चिकन फीट खाने के लिए प्रेरित कर रही है. मिस्र में, मुर्गे के पैरों को मांस को सबसे सस्ते खाद्य पदार्थ के रूप में देखा जाता है.
मिस्र पिछले एक दशक में कई वित्तीय संकटों से गुजरा है, जिस वजह से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और खाड़ी अरब सहयोगियों जैसे लेनदारों से सहायता राशि मांगने के लिए मजबूर किया है.
यही वजह है कि मिस्र आज कर्ज के चक्र में फंस गया है. मिस्र की अर्थव्यवस्था को पिछले 2 वर्षों में भयंकर झटका लगा है. मिस्र की आर्थिक स्थिति कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध बताया जा रहा है.