इस साल यूपी बोर्ड की परीक्षा में शामिल होंगे 58 लाख परीक्षार्थी, आंसर-बुक भी होगा अलग
16 फरवरी से शुरू होने वाली यूपी बोर्ड 2023 की परीक्षाओं के लिए 58 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है. इनमें 31.2 लाख छात्र 10वीं और 27.5 लाख छात्र 12वीं कक्षा के हैं.
परीक्षाएं प्रदेश के 75 जिलों के 8,752 केंद्रों पर आयोजित की जाएंगी. यूपी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला द्वारा जारी 2023 परीक्षाओं की समय सारिणी के अनुसार कक्षा 10 की परीक्षाएं 13 कार्य दिवसों में आयोजित की जाएंगी और 3 मार्च को समाप्त होंगी.
12वीं की परीक्षाएं 14 कार्य दिवसों में आयोजित की जाएंगी और 4 मार्च को समाप्त होंगी.
नकल करने वालों पर नकेल
यूपी बोर्ड के परीक्षार्थियों को पहली बार सिली हुई उत्तर पुस्तिकाएं मिलेंगी. इस कदम का उद्देश्य नकल माफिया को मेधावी छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने से रोकना है, क्योंकि पिछले वर्षों में स्टेपल हटाकर कॉपियां बदलने की शिकायतें मिली थीं.साथ ही छात्रों को दी जाने वाली उत्तर पुस्तिकाओं पर बारकोड और मोनोग्राम होंगे.
उत्तर पुस्तिकाओं में हेरफेर की गुंजाइश को खत्म करने के उद्देश्य से पहल की जा रही है. बोर्ड बारकोड का उपयोग करते हुए कुछ उत्तर पुस्तिकाओं की औचक जांच भी करेगा, जिससे नकल करने वालों पर नकेल कसी जाएगी. यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए तीन करोड़ से अधिक उत्तर पुस्तिकाओं की आवश्यकता होगी.
इतने एग्जाम सेंटर बनाए गए
इस साल यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 8,752 सेंटर बनाए गए हैं. पिछले साल के मुकाबले इस साल 379 एग्जाम सेंटर अधिक बनाए जा रहे हैं. पूरी परीक्षा 14 दिनों में समाप्त कर दी जाएगी.होली से पहले एग्जाम खत्म हो जाएंगे ऐसे में स्टूडेंट्स की लिए ये राहत की खबर है.