सिर्फ 10 हजार रुपये से शुरू किया बिजनेस, Trim Trim वाले दो दोस्त अब हर महीने कमा रहे हैं लाखों रुपये

दया आर्या और उपेंद्र यादव वो दो दोस्त हैं, जिन्होंने एक साथ पढ़ाई की और फिर आगे चलकर अपना एक छोटा-सा बिजनेस शुरू किया. जहां दया बुलंदशहर के रहने वाले हैं तो उपेंद्र अलीगढ़ से ताल्लुक रखते हैं. दोनों ने साल 2012 में MBA की पढ़ाई पूरी की और नौकरी करने लगे. दोनों ने करीब एक साल तक नौकरी की और फिर अपना बिजनेस शुरू करने का मन बनाया. अफसोस, शुरुआत अच्छी नहीं रही. दोनों ने मिलकर कई काम में हाथ आजमाया लेकिन उन्हें किसी में भी कामयाबी नहीं मिली. कई बार ठोकर खाने के बाद दोनों एक बार फिर उठे और दूसरा काम शुरू करने का मन बनाया. इस बार उन्होंने पहले अपना बजट देखा और फिर मार्केट के मूड के बारे में जानने की कोशिश की.
10-20 हजार रुपये की मामूली लागत में शुरू किया बिजनेस
डिजिटल हो रहे भारत में उन्हें भी वही चीज सबसे ज्यादा प्रभावशाली लगी, जो ज्यादातर लोगों को लग रही है. जी हां, दया और उपेंद्र ने देखा कि मौजूदा समय डिजिटल मार्केटिंग का है. काफी सोच-समझकर दोनों ने डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में ही अपना काम शुरू किया और ऑनलाइन टी-शर्ट बेचने लगे. दया आर्या ने टीवी9 भारतवर्ष के साथ बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने सिर्फ 10-20 हजार रुपये में ही ये स्टार्ट-अप शुरू किया और इसका नाम रखा Trim Trim Store. टी-शर्ट बेचने के लिए उन्होंने दूसरे व्यापारियों से बनी-बनाई टी-शर्ट खरीदी और ग्राहकों की डिमांड पर प्रिंटिंग भी दूसरों से कराई.
कमाई में इजाफा हुआ तो लगवा लिया अपना प्रिंटिंग यूनिट
दया ने बताया कि छोटे बजट में शुरु किया बिजनेस धीरे-धीरे बढ़ने लगा. उन्होंने बताया कि शुरुआत में वे अपनी वेबसाइट के जरिए माल बेचते थे और फिर धीरे-धीरे दूसरे ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म के साथ भी जुड़ गए. दया के पास लगातार बड़ी संख्या में ऑर्डर आने लगे और फिर कमाई भी धीरे-धीरे बढ़ने लगी. कमाई बढ़ी तो दया और उपेंद्र ने मिलकर एक प्रिंटिंग यूनिट भी लगवा लिया. प्रिंटिंग यूनिट लगवाने से स्टार्ट-अप की कमाई में सीधा इजाफा हो गया. क्योंकि जो एक्स्ट्रा लागत दूसरों से प्रिटिंग कराने में जाती है, अब वो सीधे-सीधे बचने लगी. इसका सीधा असर कमाई पर पड़ा और इसमें अच्छी-खासी बढ़ोतरी हो गई.
मार्च 2019 में शुरू किया था स्टार्ट-अप
मार्च 2019 में शुरू किए गए इस स्टार्ट-अप के जरिए दया और उपेंद्र कई तरह के कपड़े बेचते हैं, जिस पर ग्राहकों की पसंद की प्रिंटिंग की जाती है. हालांकि, इस बिजनेस में जो चीज सबसे ज्यादा हिट हुई, वो है टी-शर्ट. दया ने बताया कि हमारे कपड़ों में टी-शर्ट सबसे जरूरी चीज है जिसे हम गर्मियों में तो पहनते ही हैं, सर्दियों में भी स्वेटर या जैकेट के नीचे पहनते हैं. इसके अलावा भारत में ऐसे कई राज्य हैं जहां सर्दियां पड़ती ही नहीं है. ऐसे में वहां के लोग पूरे साल टी-शर्ट ही पहनकर रहते हैं.
पहले साल 95 लाख रुपये का रहा टर्नओवर
दया के मुताबिक उनकी टी-शर्ट 100 फीसदी सूती कपड़ों से बनाई जाती है. पहले जहां ये लोग बनी-बनाई टी-शर्ट खरीदकर लाते थे और दूसरों के पास ले जाकर ही प्रिंट भी कराते थे. वहीं, अब दया और उपेंद्र कपड़ा भी खुद खरीदते हैं, बस अलग-अलग साइज में सिलवाने का काम दूसरों से कराते हैं. प्रिटिंग का काम तो इन्होंने खुद शुरू कर ही दिया है. दया ने बताया कि साल 2020/21 में इनके स्टार्ट-अप का टर्नओवर 95 लाख रुपये का रहा जो अगले साल 1.5 से 2 करोड़ होने की उम्मीद है.
दया ने बताया कि उनका बिजनेस अब धीरे-धीरे बढ़ रहा है. लिहाजा, अपने काम को बढ़ाने के लिए उन्होंने एक बहुत ही शानदार तरीका अपनाया. बिजनेस बढ़ाने के लिए दया और उपेंद्र ने कई लोगों के साथ टाई-अप किया, जो उनसे प्रोडक्ट खरीदकर अपने नाम पर बेच रहे हैं. इस तरह उनका माल अब धीरे-धीरे पूरे देश में बिक रहा है.
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