बकरियां चराने वाला ये शख्स बना लोगों के लिए बड़ी मिसाल, कड़ी मेहनत कर पहली बार में पास किया UPSC का एग्जाम !

बकरियां चराने वाला ये शख्स बना लोगों के लिए बड़ी मिसाल, कड़ी मेहनत कर पहली बार में पास किया UPSC का एग्जाम !

अगर एक आम इंसान चाहे तो कड़ी मेहनत कर सब कुछ हासिल करने का साहस रखता है। यही नहीं बल्कि कड़ी मेहनत कभी-कभी आपको उस मुकाम पर भी पहुंचा देता है जिसकी शायद ही आप ने कभी कलप्ना की हो। आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं खास जिसने कड़ी मेहनत की बड़ी मिसाल दी है।

दरअसल, बकरियां चराने वाला ये शख्स किशोर कुमार रजक है। उन्होंने अपनी जिंदगी में कभी हार नहीं मानी और हर मुश्किल का सामना कर UPSC की परीक्षा पास की। आज किशोर के नाम से उनके गांव का बच्चा- बच्चा तक प्रेरित हो गया है। तो आइए आपको बताते हैं उनके संघर्ष की दिलचस्प स्टोरी के बारे में खास।

कभी बकरियां चराता था किशोर

एक वक्त बकरियां चराने वाले किशोर ईंट के भट्टे पर भी मजदूरी करते थे। वह अपने कॉलेज में फेल भले ही हुए लेकिन उन्होंने अपने अफसर बनने के सपने को मरने नहीं दिया। झारखंड के बोकारो जिले में चंदनकेर विधानसभा गांव बुड्ढीबिनोर के रहने वाले किशोक कुमार रजक के 4 भाई और एक बहन है।

जिसमें वो सबसे छोटे हैं। बता दें कि किशोर राजधानी रांची से लगभग 30 किलोमीटर दूर खूंटी जिले में झारखंड पुलिस डीएसपी के पद पर तैनात हैं।आज किशोर जिस मुकाम पर हैं उन्हें ऐसे देख उनके माता-पिता भी बेहद खुश हैं। बता दें कि किशोर ने वर्षा श्रीवास्तव नाम की लड़की से शादी रचाई जो कि आज एक वकील हैं। किशोर और वर्षा का एक बच्चा भी है।

किशोर ने किया कड़ा संघर्ष

एक खास बातचीत में किशोर ने बताया कि उनका बचपन बहुत गरीबी में बीता। उनके घर में बिजली तक नहीं थी। इस कारण उन्हें दीया और लालटेन की रोशनी में अपनी पढ़ाई को पूरा किया। किशोर के गांव में धान रोपने के बाद पशुओं के चराने की जगह नहीं बचती थी।

तो ऐसे में किशोर अपने दोस्तों के साथ घर से दूर काफी घने जंगलों में बकरियां और बैल को चराने जाया करते थे। यह सिलसिला खेत खाली होने तक जारी रहता था। इससे साफ होता है कि किशोर ने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ घर के कामों को पीछे नहीं छोड़ा बल्कि हर काम में आगे रहे। यही नहीं बल्कि किशोर अपने चाचा जी के साथ ईंट-भट्टों पर मजदूरी भी करते थे।

कड़ी मेहनत कर पास किया एग्जाम, किशोर ने दिल्ली में काफी समय बीताया। इसके बाद वो झारखंड वापिस आकर एक कोचिंग संस्थान में पढ़ाने लगे। इसके साथ उन्होंने स्टेट पीसीएस की तैयारी भी की। साल 2016 में उन्होंने कड़ी मेहनत कर वो स्टेट पीसीएस परीक्षा पास कर ली। इसके बाद वो झारखंड पुलिस में डीएसपी बने। फिलहाल वो झारखंड पुलिस के स्पेशल इंडियन रिजर्व बटालियन (SIRB) के पद पर तैनात हैं। उन्होंने खूब मेहनत कर ये सफल मुकाम हासिल किया। आज वह अपने काम और परिवार के साथ बेहद खुश हैं। वह इस पोस्ट पर बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। ऐसी ही पॉजिटिव और प्रेरित करने वाली खबरें जानने के लिए इंडिया हिंदी न्यूज के साथ जुड़ें रहें। आर्टिकल्स पसंद आने पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ज़रूर शेयर करें।

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