क्या आप भी पैरों में बांधते हैं काला धागा, तो इसे धारण करने से पहले जान लें

आपने कई लोगों को पैरों और हाथों में काला धागा बांधे देखा होगा। कुछ लोग इसे फैशन के तौर पर देखते हैं तो कुछ इसे धार्मिक भावना के तौर पर देखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे क्यों पहना जाता है? ज्यादातर लोग कहते हैं कि जब वे बच्चे थे तो उनके माता-पिता ने उनके पैर बांध दिए थे। जिससे वह लगातार इसे पहनकर घूमते रहते हैं। हालांकि पैरों में काला धागा बांधने का अलग ही महत्व है। इन्हें बनाने की प्रथा सदियों से चली आ रही है। आइए जानते हैं पैरों में काला धागा बांधने के फायदे और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
काला धागा धारण करने का महत्व
वैदिक ज्योतिष के अनुसार धागे का काला रंग शनि ग्रह से जुड़ा है। इसलिए पैरों में काला धागा बांधने से शनि देव हमेशा रक्षा करते हैं और आपके जीवन में मार्गदर्शक भी बनते हैं। साथ ही सुख-समृद्धि और धन की वृद्धि होती है।
राहु और केतु से रक्षा करता है
छाया ग्रह राहु और केतु अधिकतर अशुभ प्रभाव देते हैं। ऐसे में बाएं पैर में काला धागा धारण करने से दोनों ग्रहों के अशुभ प्रभाव में कमी आती है। साथ ही आर्थिक तंगी से भी मुक्ति मिलती है।
बुरा मत मानो
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काला धागा पैरों में धारण करने से नजर नहीं लगती है। यह नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर रखता है जिसका स्वास्थ्य और प्रगति पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। साथ ही जिन बच्चों की अक्सर दृष्टि कमजोर हो जाती है, उनके पैरों में काला धागा बांधना चाहिए, ताकि बच्चा स्वस्थ रहे। देख नहीं सकते
धन और भाग्य लाता है
शास्त्रों के अनुसार मंगलवार के दिन बाएं पैर में काला धागा बांधने से भी आर्थिक परेशानी से मुक्ति मिलती है। साथ ही शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
काला धागा बांधते समय इन बातों का ध्यान रखें
काला धागा बाजार से लाने की बजाय भैरवनाथ मंदिर से लाकर भी बांध सकते हैं। इससे कई गुना अधिक लाभ मिलता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काले धागे में गांठ बांधकर उसे धारण करना चाहिए। ध्यान रहे कि अगर काला धागा पहना है तो किसी और रंग का काला धागा बिल्कुल न पहनें। शनि देव की कृपा पाने के लिए शनिवार या मंगलवार को काला धागा धारण करना लाभकारी हो सकता है। धागा बांधते समय शुद्धता बनाए रखने के लिए गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए।