लालटेन में पढ़ाई कर IAS अफसर बना था ये शख्स, PM मोदी भी कर चुके हैं इनकी तारीफ, हर कोई इनका दीवाना

रायपुर। रेटिंग एजेंसी बेटर इंडिया संस्था ने देश में बेहतर कार्य करने वाले सर्वश्रेष्ठ टॉप 10 आईएएस (IAS) अधिकारियों की सूची जारी की है। इस लिस्ट में छत्तीसगढ़ के आईएएस अवनीश शरण पांचवे नंबर पर हैं। बता दें कि अवनीश शरण 2009 बैच के अधिकारी हैं। वह अक्सर अपने काम और सरल स्वभाव के चलते चर्चा में रहते हैं। शरण युवा अधिकारियों और जनता के बीच खासे लोकप्रिय हैं। इस इंटरव्यू के दौरान अवनीश ने बताया था कि उनका जीवन बहुत ही संघर्ष शील रहा है। उनके घर में लाइट तक नहीं तो तब उन्होंने लालटेन में अपनी पढ़ाई की है। उन्होंने पिछली साल एक छात्र के आत्महत्या की खबर पढ़कर फेसबुक पर अपने 10वीं,12वीं और स्नातक के मार्क्स शेयर की थी। उन्होंने लिखा था- परीक्षा में नंबर कम आना या फिर फेल हो जाना यह आपकी काबीलियत को नहीं बताता। यह महज के एक नंबर गेम है। आपके अंदर छिपी काबीलियत आपको आगे कई बेहतरीन मौके देती है।
अवनीश कुमार सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं। वह कई समस्याओं का समाधान तो यहीं कर देते हैं। इसके लिए उन्होंने फेसबुक पर अपने जिले के लोगों के लिए अपना मोबाइल वाट्सअप नंबर भी शेयर किया है। उन्होंने एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा-आप लोगों के लिए में हमेशा 24 घंटे मौजूद हूं। आप जब चाहे फोन और मैसेज कर सकते हैं। इसके अलावा वह देश में चल रहे हर मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखते हैं।
This post related to my academic performance is being circulated in social media platforms. I have been getting hundreds of messages about the authenticity.
Yes, I got such marks in my school/ college but ‘this must not be used as an excuse to not study and poor grades.’ 😊 pic.twitter.com/QbdU9lOgmy
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) July 24, 2021
जो युवा आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखते हैं. उनके लिए 2009 बैच के आईएएस अधिकारी अवनीश शरण एक मिसाल हैं. अवनीश को 10वीं में सिर्फ 44.5 प्रतिशत अंक मिले थे. बावजूद इसके उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखा और खुद को स्कूली दिनों से ही तैयार करना शुरू कर दिया था. आगे 65 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं और 60.7 फीसदी नंबरों के साथ ग्रेजुएशन की परीक्षा पास कर वो अपनी तैयारी में जुट गए.
अवनीश ने यूपीएसी की तैयारी करते समय तमाम तरह की कठिनाईयों का सामना किया. अपने एक इंटरव्यू के दौरान अवनीश ने बताया था कि उनका जीवन बहुत ही संघर्ष भरा रहा है. घर में लाइट नहीं होने के कारण उन्हें लालटेन की रोशनी में अपनी पढ़ाई करनी पड़ी. हालांकि, वो कभी भी निराश नहीं हुए. अंतत: अपनी मेहनत, लगन वो आईएएस बनने में सफल रहे . यूपीएसी में 77 रैंक लाकर उन्होंने अपने परिवार का नाम रोशन किया था.
How it started How's it going pic.twitter.com/UISOukxb3U
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) October 13, 2020
मौजूदा समय में अवनीश शरण एक जाने-माने आईएएस हैं. सोशल मीडिया पर उन्हें लाखों की संख्या में लोग फॉलो करते हैं. अपने काम के लिए वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सम्मानित किए जा चुके हैं. साल 2017 में उन्होंने अपनी बेटी वेदिका का दाखिला एक सरकारी स्कूल में कराकर खूब सुर्खियां बटोरीं थीं. इसके अलावा पत्नी की सरकारी अस्पताल में डिलीवरी कराकर उन्होंने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था.
[ डिसक्लेमर: यह न्यूज वेबसाइट से मिली जानकारियों के आधार पर बनाई गई है. Lok Mantra अपनी तरफ से इसकी पुष्टि नहीं करता है. ]