फ्रांस ने डॉगी रोबोट ‘स्कार’ उतारा, दुर्गम इलाकों में खोजबीन के लिए कारगर
पूर्वी फ्रांस में ‘स्कार’ नाम का एक डॉगी रोबोट तैयार किया गया है। ये सर्चिंग डिवाइस की तरह काम करेगा जो गहरी गुफाओं और ऐसी जगहों पर भेजा जा सकेगा, जहां पर इंसानों को जाने में डर लगता है। सेंसर की मदद से इसे पूरी तरह से कंट्रोल किया जा सकता है। इसे इंसानों को सबसे अच्छा दोस्त बताया जा रहा है। यह नैन्सी के इकोले डेस माइंस इंजीनियरिंग स्कूल के शोधकर्ताओं द्वारा तैयार किया गया है। इसे एक आइडियल रोबोट डॉग बताया जा रहा है। इसके फीचरों को बढ़ाने की कोशिश हो रही है।
स्कार की क्षमताओं का परीक्षण
ये “एडवांस्ड रोबोटिक असिस्टेंस सिस्टम” की मदद से तैयार किया गया है। इससे पहले इकोले डेस माइंस ने बीते सितंबर में यूएस फर्म बोस्टन डायनेमिक्स से स्पॉट रोबोट खरीदा था। 11 मई को, यूनिवर्सिटी की एक टीम ने बुरे गांव से 500 मीटर (1,600 फीट) नीचे स्थित सिगियो लैब में स्कार की क्षमताओं का परीक्षण किया। यह फ्रांस के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों से हजारों टन जहरीले कचरे का एक स्थायी घर बन गया। स्कार को अभी रिमोट कंट्रोल से संचालित किया जा रहा है। मगर जल्द ये क्रतिम बुद्धिमता से चलेेंगे। इसके लिए अभी भी शोध कार्य बाकी हैं।
रोबोट डॉग स्पॉट का परीक्षण
इससे पहले फ्रांसीसी सेना युद्ध के मैदान में अपने मशीनी डॉगी को उतार चुका है। फ्रांसीसी सेना के एक शिवर में रोबोट डॉग स्पॉट का परीक्षण जारी है। सैनिकोंं ने कब्जा करने वाली आक्रामक का
बेहतर संतुलन
स्पॉट नाम के इस रोबोट डॉग को गूगल के स्वामित्व वाली अमरीकी कंपनी बोस्टन डायनामिक्स ने तैयार किया है। इसमें कैमरे लगे हैं और इसे रिमोट से काबू में किया जाता है। खास बात ये है कि इसकी डिजाइन जो इसे दूसरे रोबोट्स से बिल्कुल जुदा करती है। इसमें कुत्तों की तरह 4 पैर हैं जिसकी मदद से वे चलने में कोई भी बाधा पार कर सकते हैं। इसका संतुलन अच्छा है और ऊबड़-खाबड़ जगहों पर भी आसानी से पहुंच सकता है। र्रवाई,रात और दिन के दौरान रक्षात्मक कार्रवाई और शहरी युद्ध जैसे जैसे लक्ष्यों को हासिल करने लिए रोबोट डॉग मददगार साबित हुआ है।