2030 तक उत्पादन दोगुना करेगी मारुति सुजुकी, जानिए कंपनी कितना करेगी निवेश?

मारुति सुजुकी 1छवि क्रेडिट स्रोत: फाइल फोटो
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी 2030 तक 40 मिलियन वाहनों की उत्पादन क्षमता को दोगुना करने के लिए 5.5 बिलियन डॉलर (45,000 करोड़ रुपये से अधिक) का निवेश करेगी। कंपनी का मुख्य उद्देश्य ऑटोमेकर की स्थानीय बाजार हिस्सेदारी और निर्यात को बढ़ाना है। सूत्रों के मुताबिक, मारुति सुजुकी 2 नई सुविधाओं में 2,50,000 इकाइयों की वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ 8 असेंबली लाइन शुरू करेगी।
यूनिटों के चालू होने की समय-सीमा और लागत में वृद्धि के आधार पर लागत व्यय बढ़ सकता है। पहली इकाई का निर्माण हरियाणा के खरखौदा में शुरू हो गया है। मारुति सुजुकी के पास वर्तमान में गुजरात के महेसाणा और गुरुग्राम के मानेसर में कुल 20 मिलियन यूनिट को स्थिर करने की क्षमता है।
एक लाख यूनिट के लिए मिली मंजूरी
मारुति सुजुकी के प्रेसिडेंट आरसी भार्गव के मुताबिक, कंपनी को खरखौदा प्लांट में एक करोड़ यूनिट कैपेसिटी बढ़ाने की मंजूरी मिल गई है। कंपनी को एक नई साइट पर एक और दस लाख इकाइयों के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। कुल 40 लाख योजना में से 10 लाख आवश्यक उपकरणों के निर्माण (ओईएम) के निर्यात और बिक्री से होंगे।
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कंपनी की यही मंशा है
बता दें कि शेष क्षमता योजना से वाहन निर्माता 2022-23 में 41 प्रतिशत से 50 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा करने में सक्षम होगा। कंपनी का इरादा पिछले 50 प्रतिशत के करीब बाजार हिस्सेदारी को वापस लाने का है। कंपनी SUV और इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेगमेंट में भी कई लॉन्च की योजना बना रही है। मारुति सुजुकी FY23 में लगातार दूसरे वर्ष भारत से यात्री वाहनों (पीवी) का सबसे बड़ा निर्यातक भी था। ऑटोमेकर दशक के अंत तक 7,50,000 निर्यात का लक्ष्य बना रहा है, जो पिछले वित्त वर्ष में 2,59,000 यूनिट था।