रक्त संतरे गहरे लाल रंग के फल होते हैं। इस फल का वैज्ञानिक नाम साइट्रस साइनेंसिस है। इन संतरों का खून जैसा रंग इनमें मौजूद एंथोसायनिन के कारण होता है। एंथोसायनिन पानी में घुलनशील वर्णक हैं जो लाल, बैंगनी और नीले रंग का उत्पादन करते हैं। इस संतरे की तीन और किस्में हैं। यानी मोरो, टैरोको, सांगुइनेलो।
रक्त संतरे भी विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत हैं। विटामिन सी कोलेजन के उत्पादन को उत्तेजित करता है और शरीर के विभिन्न अंगों के समुचित विकास के लिए आवश्यक है। इन संतरों में मौजूद एंथोसायनिन न सिर्फ फलों का रंग बदलते हैं। यह कैंसर कोशिकाओं के विकास को भी रोकता है।
साथ ही ये एंथोसायनिन दिल की बीमारियों से शरीर की रक्षा करते हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करते हैं और शरीर को हानिकारक मुक्त कणों से बचाते हैं।
रक्त संतरे में मौजूद विटामिन ए आंखों के स्वास्थ्य की रक्षा करता है। यह स्वस्थ और दाग-धब्बों से मुक्त त्वचा को बनाए रखने में भी मदद करता है। संतरा फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है और कब्ज जैसी समस्याओं से बचाता है।